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Tuesday, July 28, 2015

ज़िन्दगी कुछ तो बता - Zindagi Kuch To Bata बजरंगी भाईजान (2015)

Movie/Album: बजरंगी भाईजान (2015)
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: नीलेश मिश्रा
Performed By: जुबिन नौटियाल, प्रीतम, राहत फ़तेह अली खान, रेखा भरद्वाज

इक दिन मोहब्बत ओढ़ कर
इक दिन गली के मोड़ पर
तेरी हथेली पर लिखूं
मेरा नाम, तेरे नाम पर
फिर तु तक़ल्लुफ़ छोड़ कर
फिर तु झुका कर के नज़र
रखना मेरे काँधे पे सर
ज़िन्दगी
कुछ तो बता ज़िन्दगी
अपना पता ज़िन्दगी

तारों भरी इक रात में, तेरे ख़त पढ़ेंगे साथ में
कोरा जो पन्ना रह गया, एक कांपते से हाथ में
थोड़ी शिक़ायत करना तू, थोड़ी शिक़ायत मैं करूँ
नाराज़ बस ना होना तू ज़िन्दगी
कुछ तो बता ज़िन्दगी
अपना पता ज़िन्दगी...

(तू है तो मैं हूँ, तू है तो मैं हूँ
तू है तो फ़लक, तू है तो ज़मीं)

कोई रस्ता, कोई डगर
कोई निशाँ तो दे मुझे
कुछ तो बता ज़िन्दगी
ज़िन्दगी

तु चाहिए - Tu Chahiye बजरंगी भाईजान (2015)

Movie/Album: बजरंगी भाईजान (2015)
Music By: प्रीतम चक्रवर्ती
Lyrics By: अमिताभ भट्टाचार्य
Performed By: आतिफ असलम

हाल-ए-दिल को सुकूं चाहिए
पूरी इक आरज़ू चाहिए
जैसे पहले कभी कुछ भी चाहा नहीं
वैसे ही क्यों चाहिए
दिल को तेरी मौजूदगी
का एहसास यूँ चाहिए
तू चाहिए, तू चाहिए
शाम-ओ-सुबह तु चाहिए
तू चाहिए, तू चाहिए
हर मर्तबा तु चाहिए
जितनी दफ़ा ज़िद्द हो मेरी
उतनी दफ़ा हाँ तु चाहिए

कोई और दूजा क्यूँ मुझे, ना तेरे सिवा चाहिए
हर सफर में मुझे, तु ही रहनुमा चाहिए
जीने को बस मुझे, तु ही मेहरबां चाहिए
हो सीने में अगर तू दर्द है, ना कोई दवा चाहिए
तू लहू की तरह, रगों में रवां चाहिए
अंजाम जो चाहे मेरा, हो आगाज़ यूँ चाहिए
तू चाहिए, तू चाहिए...

मेरे ज़ख्मों को तेरी छुअन चाहिए
मेरी शम्मा को तेरी अगन चाहिए
मेरे ख्वाब के आशियाने में तु चाहिए
मैं खोलूं जो आँखें सिरहाने भी तु चाहिए
वो हो..

Tuesday, January 14, 2014

Ab Tumhare Hawale Watan Saathiyon - अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

Ab Tumhare Hawale Watan Saathiyon - अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों

सांस थमती गई, नब्ज जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को ना रुकने दिया
कट गये सर हमारे तो कुछ ग़म नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया
मरते-मरते रहा बाँकपन साथियोंयों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

जिन्दा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रुत रोज आती नहीं
हुस्न और इश्क दोनों को रुसवा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं
आज धरती बनी है दुल्हन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

राह कुर्बानियों की ना वीरान हो
तुम सजाते ही रहना नये काफ़िले
फ़तह का जश्न इस जश्न के बाद है
जिन्दगी मौत से मिल रही है गले
बाँध लो अपने सर से कफ़न साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन...

खेंच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छूने पाये ना सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन...


Jahan Daal Daal Par Sone Ki जहाँ डाल डाल पर सोने

Jahan Daal Daal Par Sone Ki जहाँ डाल डाल पर सोने


जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियां करती है बसेरा
वो भारत देश है मेरा
जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा
वो भारत देश है मेरा
(जय भारती...)

ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला (हरी ॐ)
जहाँ हर बालक इक मोहन है और राधा इक-इक बाला
जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर डाले अपना फेरा
वो भारत देश है मेरा...

जहाँ गंगा, जमुना, कृष्ण और कावेरी बहती जाए
जहाँ उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम को अमृत पिलवाये
ये अमृत पिलवाये
कहीं ये फल और फूल उगाये, केसर कहीं बिखेरा
वो भारत देश है मेरा...

अलबेलों की इस धरती के त्योहार भी हैं अलबेले
कहीं दीवाली की जगमग है, होली के कहीं मेले
जहाँ राग-रंग और हँसी-खुशी का चारों ओर है घेरा
वो भारत देश है मेरा...

जहाँ आसमान से बातें करते मंदिर और शिवाले
किसी नगर मे किसी द्वार पर कोई न ताला डाले
और प्रेम की बंसी जहाँ बजाता आये शाम सवेरा
वो भारत देश है मेरा...

मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता : Mujhe Teri Mohabbat Ka Sahara

Mujhe Teri Mohabbat Ka Sahara Mil Gaya Hota Lyrics from Aap Aaye Bahar Aayi

दिल शाद था के फूल खिलेंगे बहार में
मारा गया ग़रीब इसी ऐतबार में

मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता
अगर तूफ़ाँ नहीं आता किनारा मिल गया होता

न था मंज़ूर क़िस्मत को
न थी मर्ज़ी बहारों की
नहीं तो इस गुलिस्ताँ में
कमी थी क्या नज़ारों की
मेरी नज़रों को भी कोई
नज़ारा मिल गया होता
अगर तूफ़ाँ नहीं...

ख़ुशी से अपनी आँखों को
मैं अश्क़ों से भिगो लेता
मेरे बदले तू हँस लेती
तेरे बदले मैं रो लेता
मुझे ऐ काश तेरा दर्द
सारा मिल गया होता
अगर तूफ़ाँ नहीं...

मिली है चाँदनी जिनको
ये उनकी अपनी क़िस्मत है
मुझे अपने मुक़द्दर से
फ़क़त इतनी शिकायत है
मुझे टूटा हुआ कोई
सितारा मिल गया होता
अगर तूफ़ाँ नहीं...

Tuesday, June 11, 2013

sandese aate hain Lyrics - संदेसे आते है, हमें तड़पाते है


हो।।हो, हो.
हो।।हो, हो. ...२ 
संदेसे आते है, हमें तड़पाते है
तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

किसी दिवाली ने, किसी मतवाली ने 
हमें ख़त लिखा है, की हमसे पूछा है
किसी के सांसो ने, किसी के धड़कन ने 
किसी के चूड़ी ने, किसी के कंगन ने 
महकती सुबह ने, मचलती समो ने
अकेली रातो ने, अधूरी बातो ने
तरसती बहो ने, और पूछा है तरसी निगाहों ने
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है
तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है

मोहबत वालो ने, हमारे यारो ने
हमें यह लिखा है, की हमसे पूछा है
हमारे गाओं ने, आम के छावो ने
पुराने पिपल ने, बरसते बदल ने 
खेत खलिहानों ने, हरे मैदानों ने
बसंती बेलो ने, घूमति बेलो ने 
चहकती कलियों ने, और पूछा है गाँव के गलियों ने

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है
तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है

हो।हो।हॊओ 

कभी एक ममता की, प्यार के गंगा के,
ओ चिट्टी आती है, साथ ओ लती है
मेरे दिन बचपन के, खेल वोह आँगन के 
वोह साया आँचल का, ओ टिका काजल का
वोह लोरी रातो में, वो नरमी बातो में
वो चाहत आँखों में, ओ चिंता बातो में
बिगड़ना ऊपर से, मुहब्बत अन्दर से 
करे वोह देवी माँ, यही हर ख़त में पूछे मेरी माँ,

के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है---२ 

संदेसे आते है, हमें तड़पाते है
तो चिती आती है, तो पूछे जाती है।
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सुना सुना है-२ 

हो…।हो……………… 

ये गुजरने वाली हवा बता, मेरा इतना काम करेगी क्या
मेरे गाँव जा मेरे दोस्तों मो सलाम दे,
मेरे गाँव में है जो वोह गली, जहा रहती है मेरी दिलरुबा
उसे मेरे प्यार का जाम दे--२ 
वही थोड़ी दूर है घर मेराम मेरे घर में है मेरी बुदि माँ, 
मेरे माँ के पैरो को छूके तू , उसे उसके बेटे का नाम दे
ये गुजरने वाली हवा,जरा  मेरे दोस्तों, मेरी दिल्रुब्बा 
मेरे माँ को मेरा पयाम दे, उन्हें जाके तुम ये पयाम दे

 मै वापस आऊंगा , मै वापस आऊंगा  
फिर अपने गाओ में , उसीकी छाओं में 
के माँ के आचल से, किया जो वडा था ओ निभाऊंगा
मई एक दिन आऊंगा--८
 

Khilaunaa, Jaanakar Tum To - खिलौना, जानकार तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो।

हो…. 
खिलौना, जानकार तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो।
मुझे इस हल में किसके सहारे, छोड़ जाते हो।।

हो…. 
खिलौना, जानकार तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो।
मुझे इस हल में किसके सहारे, छोड़ जाते हो।।

मेरे दिल से न लो बदल ज़माने भर की बातो का।
ठहर जाओ मेहमान हु मई चाँद रातो का।।
चले जाना अभी से किस लिए मुह मोड़ जाते हो,

हो…. 
खिलौना, जानकार तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो।
मुझे इस हल में किसके सहारे, छोड़ जाते हो।।

गिला तुमसे नहीं कोई मगर अफ़सोस थोडा है।
की जिस गम ने मेरा दामन बड़ी मुस्किल से छोड़ा है।।
उसी गम से मेरा फिर आज रिश्ता जोड़ जाते हो… 

हो…. 
खिलौना, जानकार तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो।
मुझे इस हल में किसके सहारे, छोड़ जाते हो।।

खुद का वास्ता देकर मनालू दूर हु लेकिन।
तुम्हारा रास्ता मै रोक लू मजबूर हूँ लेकिन।।
की मै चल भी नहीं सकता और तुम दौड़ जाते हो

हो…. 
खिलौना, जानकार तुम तो, मेरा दिल तोड़ जाते हो।
मुझे इस हल में किसके सहारे, छोड़ जाते हो।।