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Sunday, June 9, 2013

अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का


अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।
अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।

मेरे प्यार वाले सभी फुल मुर्जगाये।
कांटे ही खिज़ाओ वाले मेरे हिस्से आगये।
रास न ए मुघे सपना बहार का,
रास न ए मुघे सपना बहार का।
यार ने ही लुट लिया घर यार का 

अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।
अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।

अस्को की माला मेरे गले पहनके।
खुस है घर किसी और का बसाके।।
कर दिया खुन देखो मेरे एतबार का,
कर दिया खुन देखो मेरे एतबार का।
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।

अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।
अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।

नाज तेरे मरके भी उठाये है,
अस्को के मोती तेरी यद् में बहाए है. 
सुन कभी सोर मेरे दिल के पुकार का,
सुन कभी सोर मेरे दिल के पुकार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।


अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।
अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।

अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।
अच्छा सिल दिया तूने मेरे प्यार का,
यार ने ही लुट लिया घर यार का।।

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